लक्ष्मण क्या गए, सीता के लिए लक्ष्मण रेखा खींच कर, हम सब आज भी, ऐसी ही एक रेखा के पीछे है, फर्क बस इतना ही है, कुछ हमने अपने आप ही खींची है, और, कुछ हमने दूसरो से खिचवाईं है। रेखा ।