रूठ कर अपने घर से बसेरा कहा बसा लिया ।। वो जाने वाले मुसाफिर ।।। सफ़र कहा मिला लिया ।। लौट कर आने का वादा तो एक करता जाता ।।। हम रोये या रूठे हक़ तो हमारा बताता जाता ।।। #mere_hak_ki_khabr_nhi.....#kash_bataya_hota.#entazar_karu#aasu_bahau