इश्तियाक़ इतनी की सिद्धि पल वो तेरा भी खास हो जाय वो नज़रे झुकाये ,शर्माए ,जुल्फें संवारे और साथ हो जाए इश्तियाक़ इतनी की सिद्धि पल वो तेरा भी खास हो जाय वो नज़रे झुकाये ,शर्माए ,जुल्फें संवारे और साथ हो जाए