वो अंधेरी रात में, टिप टिपाने की आवाज में, पवन लहरी आकाश में, अंधेरा घना छाया, बिजली का विचलित होना, एक दीप जलते मेने पाया, मेरे घर एक नन्हा बालक आया, सारी घटा का जगमग दिखना, एक तेरा रोना मेरे हाथों में होना, याद आता है जब जब तेरा पैदा होना || दर्द हुआ तो हाथ रख दिया, अकेला पड़ा तो साथ रख लिया, वो पिता था ना गम को भी हस कर, परास्त कर दिया || गम हों या खुशियाँ जीवन स्वर्ग रहेगा, आप पिता हैं मेरे यही पर्याप्त रहेगा, जमाने से लड़ना सिखाया अपने, गोद में बिठा कर घुमाया अपने, कैसी दुनिया है दिखलाया अपने, हर गम को हसकर छुपाया अपने, पिता का धर्म सिखाया अपने, धन्य हूँ मै जो आपके सानिध्य में जन्म पाया || I_loveyou_daddy @Ekanjanlekhak #ekanjanlekhak daddy is the best hero😍♥️