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वसंत का आगमन देखो वसंत का आगमन, है कितनी यह मनभाव

वसंत का आगमन

देखो वसंत का आगमन, है कितनी यह मनभावन,
पीली सरसों मुस्काए, छाए रंग नव्य पावन।
माँ वीणावादिनी पधारें, ज्ञान दीप अब जलता,
मन में उमंगें जागें, हृदय प्रेम से पलता।

शीतल पवन के झोंके, नवजीवन संचारें,
फूलों की मुस्कान देखो, मन के द्वार संवारें।
कोयल की मधुर वाणी, आम्र बौर की गंध,
धरती का कण-कण महके, छा जाए मधुमंध।

वन उपवन में हर्ष है, खेतों में लहराए,
किसान के चेहरे पर, नवल हास आ जाए।
ऋतुओं का यह राजा, जीवन में रस घोले,
प्रकृति के संग झूमे, मन नवगीत बोले।

©Evelyn Seraphina #Likho #writer#nojoto #Basant #hariyali#happy
वसंत का आगमन

देखो वसंत का आगमन, है कितनी यह मनभावन,
पीली सरसों मुस्काए, छाए रंग नव्य पावन।
माँ वीणावादिनी पधारें, ज्ञान दीप अब जलता,
मन में उमंगें जागें, हृदय प्रेम से पलता।

शीतल पवन के झोंके, नवजीवन संचारें,
फूलों की मुस्कान देखो, मन के द्वार संवारें।
कोयल की मधुर वाणी, आम्र बौर की गंध,
धरती का कण-कण महके, छा जाए मधुमंध।

वन उपवन में हर्ष है, खेतों में लहराए,
किसान के चेहरे पर, नवल हास आ जाए।
ऋतुओं का यह राजा, जीवन में रस घोले,
प्रकृति के संग झूमे, मन नवगीत बोले।

©Evelyn Seraphina #Likho #writer#nojoto #Basant #hariyali#happy