है ग़ज़ब का वाक़या मेरी तुम्हारी ज़िन्दगी है ख़ुदी एक मुश्त और अहले दुनियाँ बंदगी ख़्वाब उनके हो गए हंस के नज़रें जो मिलीं वो तरसते रह गएं जिनको हसरत थी बड़ी ख़ाके सर में गुल खिला मनचली तितली चली रौनके दो वक़्त की सांझ के संग संग ढली तुम ही बोलो है मसल कोई, मसला बड़ा है आदमी खुल के मिलता है नहीं जागीर है कोई ज़िन्दगी जेब कितनी भी बड़ी हो आएगी उसमें ये कहीं यों तो समझो राख है बात खुशबुओं की है सही #toyou #yqlife #yqbeinghuman #yqlove #yqnature #yqcosmos