#डर नजरे गंदी और नीयत साफ नहीँ बुरे कर्मो का उन्हे अहसास नहीँ वो है बलात्कारी , वहशी दरिंदे ना दो इन्हे फासी ,जला दो ज़िन्दे करते है गलती , गलती ना माने अंधा है कानून , ये बात जाने घर से लड़किया ,जब है निकलती सड़को के लड़को से ,थोड़ा है डरती ... सिर को झुका के , क्यूँ है वो चलती ... नजरे तो उनकी गंदी , इनकी क्या गलती ....