कोरा ही रहने दो इन पन्नों को, लफ़्ज़ों से इश्क़ को नज़र लग जाती है! कभी कहा था तुमने,आज भी उंगलियाँ इनमें तेरी छुअन आँखें तेरा अक्स ढूँढती हैं। कोरा रहने दो इन पन्नों को, लफ़्ज़ों से इश्क़ को नज़र लग जाती है! कभी कहा था तुमने,आज भी उंगलियाँ इनमें तेरी छुअन आँखें तेरा अक्स ढूँढती हैं। Hello Resties! ❤️ Collab on this #rzpictureprompt and add your thoughts to it! 😊