खुद से मिलने की तमन्ना जगी है दिल में सिद्दत से अटकी बात जगी है लहरों ने किनारों से मिलने की साज़िश की है किनारों ने इसे मुकम्मल करने की गुजारिश की है।। तमन्ना#नोजोटो#गुजारिश