पलको ने बहुत समझाया मगर ये आॅख नहीं मानी दिन तो हसकर गुजारा हमने मगर ये रात नही मानी और बिस्तर की सलभाटे दे रही थी गवाही गैर की हमनें करवट बदल ली मगर ये बात नहीं मानी ( म ©Mohit Saini I hate u love