कभी कभी दिल कूछ यूही उदास रहता है, चाह कर भी कूछ ना कहने को जी करता है। दिखावे कि यह दुनिया दिखावे के यह दोस्त, होठों पर पल भर के मिठे शब्द, दिल में वही झूठे बोल। जाने कैसे यह शिशों सा साफ झूठ बोल लेते है, जाने कैसे यह अपनों का ही दिल यूही तोड़ देते है। कूछ सून कर भी कभी अनसूना कर देते है, कूछ जान कर भी कभी अनजान बने रहते है। हर दर्द समझने का दिखावा भी करते है, कभी कभी तो जान कर भी उस घाव को गहरा करते है। कोई एहसान ना सही एक याद जरुर दे जाते है, जाते जाते घाव पर एक गहरा दर्द जरुर छोड़ जाते है। कहते है तूम्हरी खूशियों का हमारी खूशियों से नाता है, यही एक सबसे साफ झूठ है,जो दिल को तोड़ जाता है। #mindthoughts #mindreader #writersworld #writersmind #yqpoet #yqdidi #yqbaba #yqdada