आज कुछ अरसों बाद कोई जानी पहचानी खुसबू आई है
ये महक को मैं भूल कैसे सकता हूँ आज मेरे मरने के बाद भी वो मेरी लुगाई है
खुदको बेरंग अब भी समझती है वो
मेरे जाने के बाद अब गुम सुम सी रहती है वो
वो लाल दुप्पटा जो बड़ी खूबसूरती से लिपटी थी उसके बदन में
वो लाली आज वो दुप्पटे को छोड़ बस गयी है उसकी आँखों मे #Soul#together#forever#immortal