कभी तो मेरे दर आओ, चांदनी बन मुस्काओ। मिला है जो तुम्हे ये बे-पनाह हुस्न ऐसे ना ग़ज़ब ढाओ। कभी तो मेरे दर आओ। मीठी एहसासों की डोर एक छोर मेरा दिल है एक छोर तुम्हारा दिल महसूस कर रही हो इन एहसासों को उसकी तड़प को, क्यो तड़पाती हो आओ क़रीब आओ ऐसे मिलो मेरी सांसो में मेरी सांस ही बन जाओ कभी तो मेरे दर आओ। #कभी तो मेरे दर आओ