आप कहे या तु कहे बस यही है गू-मगू करे तो कहाँ से करे आगाज़-ए-गुफ़्तुगू ये तो ना सोचा था क्या करेंगे बाद इसके लो हम हो तो गए है आज रु-ब-रु वो हसीँ, दिलकशी, मलिका-ए-जमाल वो है नूर-ए-जहाँ या फ़रिश्ते की आरज़ू सोच मत #RaaZ गले से लगा ले उसे एहसासों से पिघल जाएगा वो सुर्ख-रू गू-मगू - dilemma, Confusion सुर्ख-रू - unabashed, अचल #RaaZ #RaaZ_Quotes #गुफ्तगू #आरज़ू #रुबरु #सुर्ख_रू #Biggest_dilemma