#WhoAreYou दुनिया की इस भीड़ में अपनी पहचान बनाने के लिए मैं तो भूल ही गई मैं हूं कौन।
बस इतना पता रह गया कि जीती हूं एक ख्वाबों की दुनिया में।
ऐसा लगता है मुझे कि मैं हूं ही ख्वाबों की परी जिसका जीना मरना हंसना रोना सब तो ख्वाबों पर ही निर्भर रखता है।
इस मतलबी भरी दुनिया में एक ख्वाब मैंने भी देखा है उस दोस्त की तमन्ना है जो जिंदगी भर मेरे साथ रहे।
मेरी आंसुओं की वजह वह नहीं होगा ,हां मगर मेरी मुस्कुराने की वजह तो एकलौता वही होगा।
बस इतना पता है मुझे कि आज भी मैं जी रही हूं इसी ख्वाब में ख्वाबों की परी जीती है बस ख्वाबों की दुनिया में।
बस इतना ही पता है कि यहीं हूं मैं।
#minedefinition#Dil__ki__Aawaz