Nojoto: Largest Storytelling Platform

राख का हर एक कण, मेरी गर्मी से गतिमान है। मैं एक ऐ

राख का हर एक कण,
मेरी गर्मी से गतिमान है।
मैं एक ऐसा पागल हूं,
जो जेल में भी आजाद है।।
– भगत सिंह

©Nishchal Yadav #bhagatsingh #bhagatsinghfanclub
राख का हर एक कण,
मेरी गर्मी से गतिमान है।
मैं एक ऐसा पागल हूं,
जो जेल में भी आजाद है।।
– भगत सिंह

©Nishchal Yadav #bhagatsingh #bhagatsinghfanclub