होश संभालने पर मेरी पहली वो लड़ाई थी, जब किसी ने तुझे पेंसिल चुभाई थी, की मैंने उसकी बहुत पिटाई थी, तब के जुड़े हुए हमारे तार है, मैं तेरा, तू मेरा यार है।। मेरे Homework ना करने पर, तूने मुझे बचाया था, मेरे नाम का स्टिकर अपनी कॉपी पर लगाया था, आँख भी मारी थी, घर आ के वो subject भी पढाया था, तेरे बिन सब कुछ बेकार है, मैं तेरा, तू मेरा यार है।। तेरा मेरी माँ से डाँट खाना, मेरा तेरी माँ के हाथ से खाना निवाला, दुर्लभ ही मिलता किन्हीं को दो माँओं का प्यार है, मैं तेरा, तू मेरा यार है।। Schoollife खत्म होने पर, आँख में कचरा तो एक बहाना था, मकसद तो पवित्र खारे पानी को छुपाना था, एक ही college, एक ही class में पढ़ेंगे, जाते - जाते जो किया था, ये वो विचार है, मैं तेरा, तू मेरा यार है।। तेरी मोहब्बत के लिए मैंने अपनी इज़्ज़त दांव पर लगाई थी, पहले लड़की को जानबूझकर छेड़ा, फिर तुझसे उसके सामने बहुत डाँट खाई थी, इश्क़ की हाँ के बाद, अब किसका इंतज़ार है, मैं तेरा, तू मेरा यार है।। वो तेरे विदेश जाने से पहले की आखिरी शाम, लड़खड़ाते कदम, लड़खड़ाती जुबां, वो नशे में तेरा कहना - भाई, तू एक नहीं, तू दिख रहा चार - चार है, फिर हम चारों को गले लगाकर तेरा रोते हुए बोलना - भाई, तू मेरा यार है, तू मेरा यार है....... आज यही सब सोचते सोचते आँखों से बहने लगी अश्रुधार है, ओ, आजा ओये, आ के गले लगा ले, जिंदगी तेरी बहुत तलबगार है, मैं तेरा, तू मेरा यार है..... मैं तेरा, तू मेरा यार है......... #December#Friendship#inviolablejourney#purity#life#beautiful#yaari#nojoto#poetry#nojotoShayari