"बख्त के बोल " जो टाईम पे ना चालें वो हथियार नी होंदे, अपणी बड़ाई आप करे वो समझदार नी होंदे, बेशक बच्चे मन मर्जी के मालिक हो सै, माँ बाप नै रुवाणियां स्वर्ग के हकदार नही होंदे दूसरे का हक मारणिये कदे साहुकार नी होंदे, बाहण बेटी ने तकणिये किसे के यार नी होंदे, जिसा बोया है उसा ऐ काटणा पडेगा, फसल में आग लाणीये कदे जमीदार नी होंदे ।। गंदा लिखने आले कदे कलमकार नी होंदे, समाज ने जो बांट दे वो कलाकार नी होंदे ले के देणा, करके खाणा चाहिए बलकार, देश ते दगा कमाणिये कदे पहरेदार नी होंदे ।। ©VishuK06hu... #बख्त के बोल #Time Roshni Mehar Pushpmala pandey mishraa