तुम छोड़ कर गए तो इश्रत नहीं रही। हां सच है ये कि मुहब्बत नहीं रही। सुनते थे इश्क़ वालों को कुदरत मिलाती है, हम पर कुदरत की इनायत नहीं रही। गौरव शुक्ला #Mera_dard