उसके बगैर गुज़ारा करना, इतना भी आसान नहीं है.......... इक वो ही है दिल में हमारे, और कोई भी इंसान नहीं है........ उसको इस दिल में आने की, सुबह-ओ-शाम इजाज़त है......... आख़िर वो महबूब है हमारा, वो कोई मेहमान नहीं है............. ज़ुल्फ़ें झटकता है तो अक्सर, मौसम का रुख बदलता है वो...... क्या उसकी पूजा करें हम, खैर वो कोई भगवान नहीं है....... वो चाहता है किसी और को, तो हमें कोई गिला नहीं है........... वो इसके एवज में हमें चाहे, ये चाहत है एहसान नहीं है.......... ©Poet Maddy उसके बगैर गुज़ारा करना, इतना भी आसान नहीं है.......... #Live#Heart#Human#Lover#Guest#CurlsFlutter#Weather#Worship#Return#Favor.........