देश की सीमा पर तैनात, जब तक तुम सीमा पर तैनात दुश्मन की क्या है औकात तुम ही अब श्री राम हो तुम ही हो मेरे भोले नाथ तुम ना हिन्दू मुस्लिम ना सिख ईसाई तुम एक वीर अज्ञात जब निकले वीरो की टोलियां फीकी लगती रंगीन बारात तुम ही मेरे हो काबा तुम ही मेरे अमरनाथ तुम इस युग में हो भगवान साक्षात #OpenPoetry जवान