मोहब्बत हाथों में पहनी चूड़ी की तरह होती है खनकती है सवरती है और आखिर फिर टूट जाती है मोहब्बत हाथों में पहनी चूड़ी की तरह होती है खनकती है सवरती है और आखिर फिर टूट जाती है