ये उन दिनों की बात है .. जब हम 10th class में थे.. इस वक्त कुछ दोस्तों के बिछड़ने का डर था.. वही एक तरफ कही हम फेल न हो जाए इस बात की tension ...सारे दोस्तो के subject change hone वाले थे..तो कुछ के शहर .. तो कुछ दोस्त आपस मे बात कर रहे थे कि ..जो तू लेगा मैं भी वही subject लुगा.. भले ही उस subject में interest हो या ना हो..पर मुझे मेरे bff को छोड़ना नही था.. तो किसी की crash दूर होने wali thi.. Mummy papa का समझना ..की ये तुम्हारी life की सब से important class hai.. हम सब कुछ जानते थे और मानते भी थे..पर फिर भी इन सारी tension के बीच हर दिन school जाना और खूब मस्ती करना .. मस्ती करने पर Teacher ka समझना ..और practical marks कम करने की धमकी देना.. फिर भी हम teacher की एक ना सुनते थे.. kyu की जो आज हमारे साथ थे पता नही कल हो या ना हो.. उस वक्त बस बहुत सारी प्यारी यादे इक्ठा करना था..। ©Shilpi Singh #10th class ki yaade