खुलते थे टिकटॉक से, जिनके सोते नैन वज्रपात उन पर हुआ, टिकटॉक हुआ बैन।। #tiktok #tiktokyq #poetry #poem #poetrycommunity #व्यंग्य #life खुलते थे टिकटॉक से, जिनके सोते नैन वज्रपात उन पर हुआ, टिकटॉक हुआ बैन। 🤣🤣🤣🤣🤣🤣🤣🤣🤣🤣🤣 ✍️अवधेश कनौजिया©