Nojoto: Largest Storytelling Platform

माना की गलती मेरी हैं, जो तुझसे जिकर कभी किया

माना  की गलती मेरी  हैं, जो  तुझसे जिकर  कभी  किया नहीं 
पर ये  भी  तो  सच  है , कि तेरे  सिवा  किसी और  को  चाहा  नहीं ।
-sakshi chauhan  Unspoken  words
माना  की गलती मेरी  हैं, जो  तुझसे जिकर  कभी  किया नहीं 
पर ये  भी  तो  सच  है , कि तेरे  सिवा  किसी और  को  चाहा  नहीं ।
-sakshi chauhan  Unspoken  words