चल पड़े हैं हम आज फिर मँजिलों की तलाश में जिंदगी भी कटती रही है कभी आस कभी काश में एक बार जो ग़ुम हुए तो फिर कहीं मिले नहीं ढूंढ़ता मै तुम्हें रहा कभी शतरंज कभी ताश में... सुप्रभात। चल पड़े हम अपने सफ़र पर। #चलपड़े #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi