बेशक चाँद ही है बेशक....चाँद ही है मुखडा़ तुम्हारा गुरूर इतना इस पर क्यो करते हो शिकायत महफिलो मे रखते हो मुझसे मशहूर जमाने मे करते हो मुमकिन नही है मुमकिन........नही है अलग करना एक होकर दो जिस्म एक जाँ को फिर क्यो बार बार ना धड़कने को इसे (💘) पाबंद करते हो। nojoto# love# paband# gurur