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दर्द कितना भी हो सह जाऊंगा मैं, तेरी मिट्टी के कण-

दर्द कितना भी हो सह जाऊंगा मैं, तेरी मिट्टी के कण-कण में बस जाऊंगा मैं, 
चाहे होगें सामने दुश्मन हजार,
चाहे जितनी भी तेज हो उनकी ललकार, 
फिर भी अपने तिरंगे को सबसे ऊपर फहराऊंगा मैं, दर्द कितना भी हो सह जाऊंगा मैं । Tribute
दर्द कितना भी हो सह जाऊंगा मैं, तेरी मिट्टी के कण-कण में बस जाऊंगा मैं, 
चाहे होगें सामने दुश्मन हजार,
चाहे जितनी भी तेज हो उनकी ललकार, 
फिर भी अपने तिरंगे को सबसे ऊपर फहराऊंगा मैं, दर्द कितना भी हो सह जाऊंगा मैं । Tribute
rey7787809868744

Rey

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