सवेरा ये सवेरा तो रोज होता है, पर तेरा दीदार नहीं होता। बातें भी रोज होती हैं , पर इश्क का इजहार नहीं होता। कुछ तु भी कर मिलने की कोशिश, अब और इंतज़ार नहीं होता। तुझसे हो गई है सच्ची मोहब्बत, किसी और से अब प्यार नहीं होता। #Savera डॉ.अजय कुमार मिश्र