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जिस्म से जैसे रूह निकल गई गजल से जैसे शायरी निकल ग

जिस्म से जैसे रूह निकल गई
गजल से जैसे शायरी निकल गई
तुम क्या गये महफ़िल से राहत
महफ़िल की जैसे जान निकल गई

 बेहद ग़मगीन करने वाली ख़बर है कि हिंदुस्तान के लोकप्रिय शायर राहत इंदौरी साहब का आज दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया है। कोरोना से संक्रमित भी थे। 

उनका जन्म 1 जनवरी 1950 को इंदौर, मध्यप्रदेश में हुआ था। बचपन का नाम कामिल था, जो बाद में राहतुल्ला क़ुरैशी हुआ। और इसी राहतुल्ला से राहत इंदौरी के नाम से दुनियाभर में प्रसिद्धि हासिल की। 

उनकी शायरी में प्रेम, आक्रोश, व्यंग्य और दर्शन की व्यापकता थी। मंच पर उनके ग़ज़ल सुनाने का अंदाज़ तो एक दम ही निराला था। श्रोताओं को बांध के रख देते थे। 
ऐसे अज़ीम शायर को हम भावभीनी श्रद्धांजलि प्रस्तुत करते हैं।
#राहतइंदौरी  #YourQuoteAndMine
Collaborating with YourQuote Didi #tribute #shayari #quote #shayar #sad
जिस्म से जैसे रूह निकल गई
गजल से जैसे शायरी निकल गई
तुम क्या गये महफ़िल से राहत
महफ़िल की जैसे जान निकल गई

 बेहद ग़मगीन करने वाली ख़बर है कि हिंदुस्तान के लोकप्रिय शायर राहत इंदौरी साहब का आज दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया है। कोरोना से संक्रमित भी थे। 

उनका जन्म 1 जनवरी 1950 को इंदौर, मध्यप्रदेश में हुआ था। बचपन का नाम कामिल था, जो बाद में राहतुल्ला क़ुरैशी हुआ। और इसी राहतुल्ला से राहत इंदौरी के नाम से दुनियाभर में प्रसिद्धि हासिल की। 

उनकी शायरी में प्रेम, आक्रोश, व्यंग्य और दर्शन की व्यापकता थी। मंच पर उनके ग़ज़ल सुनाने का अंदाज़ तो एक दम ही निराला था। श्रोताओं को बांध के रख देते थे। 
ऐसे अज़ीम शायर को हम भावभीनी श्रद्धांजलि प्रस्तुत करते हैं।
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liyakatali8384

Liyakat Ali

Bronze Star
New Creator