बेइंतहा मोहब्बत बेइंतहा मोहब्बत जैसा यहाँ कुछ नही है जनाब लोगों ने बस जरुरतो को नाम दे रखे है कोई खुश रहे तन्हा यहॉ, ये इन्हे मंजूर कहाँ ? इसलिए बस बेफिजूल के काम दे रखे है। ज़माने में जो दर्द तुम चाह भी ना ढूढ पाओगे वो दर्द इस मोहब्बत ने सरेआम दे रखे है बेइंतहा मोहब्बत जैसा यहॉ कुछ नही है जनाब लोगों ने बस जरुरतो को नाम दे रखे है। :अविका राठी (pearlikA) #बेइंतहा मोहब्बत