माँ, कुम्हार की गीली मिट्टी, पिता भट्टे की आग है। मां फूलों सी कोमल है, पिता मज़बूत चट्टान है। हमें आकर देती है मां, पिता हमारा आधार है। बारिश की शीतल बूँद है मां, पिता सर्दी की धूप है। मां ममता की मूरत हैं, पिता साहस का प्रमाण है। मां मीठी मिश्री है, तो पिता गन्ने की मीठास है। मां मेरी खुशियाँ हैं, तो पिता खुशियाँ लिखने वाले हाथ है। मां और पिता दोनों ही तो, इक बच्चे का संसार है। #father #mumma #papa