फूल भी कई उदासी छुपाते है! फिर जा कर फूल भी मुस्कुराते है! इक घनी रात में खूब सारे तारें आसमां मे एक साथ जगमगाते है! आज भी देखने पर वो बचपन के खिलौने इस मन को लुभाते है! हँसता हुआ देखकर छोटे बच्चों को ये चेहरें अपने आप मे खिलखिलाते है! जिसे पे बीती हैं उन्हें ही पता होता है वहीं लोग दूसरें का दर्द समझ पाते हैं! ©abhishek sharma #Baagh