देशभक्ति:-ग़ज़ल 1222/1222/1222/1222 अमन की सारी दुनिया में अमिट पहचान भारत है ये धरती वीर गाथा की,दिलों की शान भारत है, शहादत देते सैनिक,देश की सरहद बचाते वो तिरंगा ऊँचा दुनिया में, विजय ये गान भारत है, अलग हैं धर्म,भाषा अलग है भेष लोगों का वतन ये तीन रंगों में है एक अभिमान भारत है, हिमालय और सागर तक है पावन रूप भारत माँ ज़मीं के रंग ज़र्रे में है बसता मान भारत है, वतन के वास्ते क्या तू,मर मिट सकती नेहा मेरी है आबरू पहचान,मेरी ये जान भारत है। कोरा काग़ज़ :- दूसरा चरण ग़ज़ल:- देशभक्ति #जन्मदिनकोराकाग़ज़ #kkजन्मदिनमहाप्रतियोगिता #kkजन्मदिन #kkजन्मदिन_2 #kkhbd2022 #collabwithकोराकाग़ज़ #कोराकाग़ज़ Pic credit:- google images