मिट्टी मेरी लाल हुई खबर आई देश में सियासत ने फूट जोलाई हिटलरशाही जो तानाशा हुआ नए बहरूपिये का तमाशा हुआ! सोने की चिड़िया है! देश कहाॅं है किसी ने कभी में मानता नहीं ये सब कहने की बात है! ये नकाब है! आज देश का दाता किसान और सैनिक के हक़ की बात है!.. ©Ditikraj"दुष्यंत"...! मिट्टी मेरी लाल हुई खबर आई देश में सियासत ने फूट जोलाई हिटलरशाही जो तानाशा हुआ नए बहरूपिये का तमाशा हुआ! सोने की चिड़िया है! देश कहाॅं है किसी ने कभी में मानता नहीं ये सब कहने की बात है! ये नकाब है! आज देश का दाता किसान और सैनिक की हक़ की बात है!..