दीपावली का पर्व लक्ष्मी-
उल्लू और अंधकार का है।
उल्लू को प्रकाश में दिखाई नहीं देता।
इसीलिए पर्व रात में ही मनाया जाता है।
आज रोशनी आधार बन गई है पर्व के वैभव का,
क्योंकि आज लक्ष्मी की परिभाषा भी बदल गई।
अब केवल धन, दौलत, वैभव ही लक्ष्मी कहलाते हैं।
इनको शास्त्रों में जड़ कहा है। #भारतीय#पंछी#पाठक#हरे