और शायद मैं तुम्हें कुछ भी ना दे सकू !! पर दे सकती हूँ अपना हर दुपट्टा तुम्हारे आँसू पोछने के लिए । और ये आंचल तुम्हें हमेशा अपने आंचल में संजोए रखेगी उम्रभर । और स्वीकार करुगी तुम्हें जैसे तुम हो , कोई बदलाव किए बिना । और हा रो सकते हो तुम मेरे सीने से लग कर , जब भी तन्हा महसूस करोगे , पाओगे मुझे खुद के पास । वादा करती हूँ और ये वादा निभाऊगी मैं ताऊम्र , हर परिस्थिति में और इस जन्म के बाद भी । तुम्हारे आँसू शायद ये दुनिया स्वीकार ना करे पर मैं दूंगी तुम्हें अनुमति मेरी गोद में सर रख के जी भर के रो लेने की । बाकि बहुत प्रेम तुम्हें , जहाँ भी हो खूब खुश रहो । और एक बात , पोछ लेना चाहे नाक भी __हेहेहेहे !! साथ छोडगी ना तेरे पीछे आऊगी , छीन लूंगी या खुदा से मांग लाऊगी......!