मौसम की तरह दिल में भी तबाही मची रहती है, जब हम सह

मौसम की तरह दिल में भी तबाही मची रहती है,
जब हम सही होते हैं फिर भी,
 
 हमारे अपने ही हमें गलत ठहरा देते हैं।

©Ichu shekhawat
मौसम की तरह दिल में भी तबाही मची रहती है,
जब हम सही होते हैं फिर भी,
 
 हमारे अपने ही हमें गलत ठहरा देते हैं।

©Ichu shekhawat