"एक परी" एक परी आज.. दूर.. गांव में मिली थी। वो उस बर्तन में पानी नही... अपना बचपन ढो रही थी । वो उस कष्ट में भी मुस्कुरा रही थी नहीं रो रही थी ।, खेल से बहुत दूर एक रोशनी अंधेरे सजो रही थी ।, पढ़ने नही गई वो , धूप में पैदल चल रही थी । क्योकि परी पानी ढो रही थी ।।3 , #footsteps एक परी