तिनके तिनके में बिछड़ते चले गए तनहाई की गहराइयों में उतरते चले गए हर शाम रहता था जिन दोस्तों के साथ एक-एक करके सब के सब बिछड़ते चले गए, ©Rajnesh Kumar can get them camera reset the delivery #friends