जहां के हालात,बिलकुल भी माकूल नहीं है, कमलेश हमसे होई कोई एक भूल नहीं है? जरूरतों के नाम पर पेड़ काट दिये बेशुमार क्या जीने का इससे बेहतर कोई उसूल नहीं है। हमारे पेट में जाकर, हर जानवर गुम हो गया कोई और नजर आये, यें हमें कबूल नहीं हैं ©Kamlesh Kandpal #gjl