रोशनी मैंने तेरी सूरत दिल मे बसा ली है यानी अन्धेरे में शम्मा जला ली है लाख हो चाहे पहरे आएगा तु मिलने मैंने सहेली से शर्त लगा ली हैं #रोशनी #शम्मा #सबा_बलरामपुरी