किसी को अपने दिन के उजाले रातों का चाँद बना लें माँग का सिंदूर माथे की बिंदी, अपना सुहाग बना लें! सोचा है दिल ने किसी को सर का ताज बना लें मरूस्थल सी हो गई ज़िंदगी अब गुलिस्ताँ बना लें! हाँ मुसीबत-ए-जाँ! है, एक ख़ूबसूरत बला है उल्फ़त फिर भी चाहता है दिल के गले ये ख़ूबसूरत बला लें #चाँद #प्रेम #उल्फ़त #बला #yqdidi #yqbaba #करवाचौथ #anitasainiannu