Nojoto: Largest Storytelling Platform

है पाप तुम्हारे मन में और तुम बात राम की करते हो,

है पाप तुम्हारे मन में और तुम बात राम की करते हो, 
खुद के ईमान का पता नहीं, पर बेमानी से डरते हो, 
ली नहीं परीक्षा राम ने माँगा सीता को था अग्नि से
हो साहस साथ निभाने का तो प्रणय निवेदन की सोचो
ले अग्निपरीक्षा नारी का अपमान नहीं कर सकते हो.

©Shiv Narayan Saxena
  #doori अपमान नहीं कर सकते हो.

#doori अपमान नहीं कर सकते हो.

602 Views