हम मेडिकल वाले है.... ना घूमने जाते हैं, ना फिरने जाते है। हम मेडिकल वाले है , दुकान के सिवाए कही ना जाते हैं। ना गाने सुना करते हैं, ना गज़ले सुना करते हैं। हम मेडिकल वाले हैं, लोगों की परेशानी सुना करते हैं। अनजान लोगों के दुःख-दर्द कुछ ऐसे पहचान लेते है। हम मेडिकल वाले हैं, कागज देखकर सब हाल जान लेते हैं। ना गीता, ना बाइबिल, ना ही क़ुरान पढ़ते है। हम मेडिकल वाले है, सर्कुलर और वित्त संहिता पढ़ते है। ना डिस्को में जाते हैं हम, ना डेट पे जाते हैं, हम मेडिकल वाले है, अक़सर घर देर से जाते है। खुद ही कहानी लिखते है और खुद ही डायरेक्टर होते हैं। हम मेडिकल वाले हैं, हमारे अपने परदे, अपने थिएटर होते है। हसरतें हूबहू है, ख़ुदा नहीं, हम भी बनना इंसान भला चाहते है। हम मेडिकल वाले है, चाहे कुछ भी हो अपने ग्राहक का भला चाहते हैं। ना खाकी पे एतबार है , ना खद्दर पे इतना भरोसा करते है। हम मेडिकल वाले है, लोग हम पे बेहिसाब भरोसा करते है। हिन्दू भी खड़ा रहता है, मुस्लिम भी खड़ा रहता है। ये मेडिकल वालो का दिल है, जहां इंसानियत भीतर रहती है, मज़हब बाहर खड़ा रहता हैं। हम मेडिकल वाले है....