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इंसानियत शर्मसार है एक बेटी आज फिर लाचार है, कुछ द

इंसानियत शर्मसार है एक बेटी आज फिर लाचार है,
कुछ दरिंदों की हवस की भूख का वो बनी शिकार है,
उन दरिंदों पर धिक्कार है जिन्होंने किया शिकार है,
अपनी संतुष्टि के लिए जिन्होंने किया बलात्कार है।

दरिंदगी की हदों को आज उन्होंने किया जो पार है,
घायल कर जिस्म उस बेटी को किया बीमार है,
न जाने क्यों यौन शोषण को समझा अपना अधिकार है,
दुष्कर्म का इस देश में न यह पहला समाचार है।

देख स्थिति परिवार के उसकी मेरी आँखे अश्रुधार है,
दरिंदगी का यह नजारा मन में लाता बस एक ही विचार है,
क्यों हो रहा है देश की बेटियों पर ये अत्याचार बार-बार है,
क्या प्रशासन को इससे भी बुरे वक्त के आने का इंतजार है।

यह एक बेटी नहीं बल्कि पूरे महिला समाज का बलात्कार है,
देश में महिलाओं की सुरक्षा पर छाया अंधकार है,
अब प्रशासन का इस मुद्दे पर चुप रहना बेकार है,
देश के लिए इस दुष्कर्म का अंत महत्वपूर्ण विचार है।

उस बेटी की तड़पती आत्मा की हमसे बस यही पुकार है,
हम सभी को उसके इंसाफ की मिलकर लगानी गुहार है,
हर एक शख़्श उस बेटी का तब तक कर्जदार है,
जब तक दरिंदों को फांसी की सजा होने का न मिलता समाचार है।

©AK Ajay Kanojiya "इंसानियत शर्मसार है एक बेटी आज फिर लाचार है,
कुछ दरिंदों की हवस की भूख का वो बनी शिकार है,
उन दरिंदों पर धिक्कार है जिन्होंने किया शिकार है,
अपनी संतुष्टि के लिए जिन्होंने किया बलात्कार है।"
#JusticeForManishaValmiki
#JusticeForWomen
#StopRape
🙏🏻🙏🏻🙏🏻 Shalini choudhary Akram Raja Khan Priya B. Nikalje  सुुमन कवयित्री
इंसानियत शर्मसार है एक बेटी आज फिर लाचार है,
कुछ दरिंदों की हवस की भूख का वो बनी शिकार है,
उन दरिंदों पर धिक्कार है जिन्होंने किया शिकार है,
अपनी संतुष्टि के लिए जिन्होंने किया बलात्कार है।

दरिंदगी की हदों को आज उन्होंने किया जो पार है,
घायल कर जिस्म उस बेटी को किया बीमार है,
न जाने क्यों यौन शोषण को समझा अपना अधिकार है,
दुष्कर्म का इस देश में न यह पहला समाचार है।

देख स्थिति परिवार के उसकी मेरी आँखे अश्रुधार है,
दरिंदगी का यह नजारा मन में लाता बस एक ही विचार है,
क्यों हो रहा है देश की बेटियों पर ये अत्याचार बार-बार है,
क्या प्रशासन को इससे भी बुरे वक्त के आने का इंतजार है।

यह एक बेटी नहीं बल्कि पूरे महिला समाज का बलात्कार है,
देश में महिलाओं की सुरक्षा पर छाया अंधकार है,
अब प्रशासन का इस मुद्दे पर चुप रहना बेकार है,
देश के लिए इस दुष्कर्म का अंत महत्वपूर्ण विचार है।

उस बेटी की तड़पती आत्मा की हमसे बस यही पुकार है,
हम सभी को उसके इंसाफ की मिलकर लगानी गुहार है,
हर एक शख़्श उस बेटी का तब तक कर्जदार है,
जब तक दरिंदों को फांसी की सजा होने का न मिलता समाचार है।

©AK Ajay Kanojiya "इंसानियत शर्मसार है एक बेटी आज फिर लाचार है,
कुछ दरिंदों की हवस की भूख का वो बनी शिकार है,
उन दरिंदों पर धिक्कार है जिन्होंने किया शिकार है,
अपनी संतुष्टि के लिए जिन्होंने किया बलात्कार है।"
#JusticeForManishaValmiki
#JusticeForWomen
#StopRape
🙏🏻🙏🏻🙏🏻 Shalini choudhary Akram Raja Khan Priya B. Nikalje  सुुमन कवयित्री

"इंसानियत शर्मसार है एक बेटी आज फिर लाचार है, कुछ दरिंदों की हवस की भूख का वो बनी शिकार है, उन दरिंदों पर धिक्कार है जिन्होंने किया शिकार है, अपनी संतुष्टि के लिए जिन्होंने किया बलात्कार है।" @Akram Raja Khan @Priya B. Nikalje सुुमन कवयित्री">#JusticeForManishaValmiki #justiceforwomen #Stoprape 🙏🏻🙏🏻🙏🏻 Shalini choudhary Akram Raja Khan Priya B. Nikalje सुुमन कवयित्री #story