क्षुध् र्तृट् आशाः कुटुम्बन्य मयि जीवति न अन्यगाः। तासां आशा महासाध्वी कदाचित् मां न मुञ्चति॥ भूख, प्यास और आशा मनुष्य की पत्नियाँ हैं जो जीवनपर्यन्त मनुष्य का साथ निभाती हैं। इन तीनों में आशा महासाध्वी है क्योंकि वह क्षणभर भी मनुष्य का साथ नहीं छोड़ती, जबकि भूख और प्यास कुछ कुछ समय के लिए मनुष्य का साथ छोड़ देते हैं। ©KhaultiSyahi #hunger #Thirst #life #Man #truth #khaultisyahi #Sanskrit #sanskritquotes #mantra #Universe