कोई दीवाना कहता है कोई पागल समझता है । मगर धरती की बेचैनी तो बस बादल समझता है ।। मैं तुझसे दूर कैसा हूँ,तू मुझसे दूर कैसी है । ये तेरा दिल समझता है या मेरा दिल समझता है ।। मोहब्बत एक अहसासों की पावन सी कहानी है । कभी कबीरा दीवाना था कभी मीरा दिवानी है ।। यहाँ सब लोग कहते हैं, मेरी आँखों में पानी है । जो तू समझे तो मोती है, जो ना समझे तो पानी है ।। समन्दर पीर का अन्दर है लेकिन रो नहीं सकता । यह आँसू प्यार का मोती है इसको खो नहीं सकता ।। मेरी चाहत को अपना तू बना लेना मगर सुन ले । जो मेरा हो नही पाया वो तेरा हो नही सकता ।। भ्रमर कोई कुमुदनी पर मचल बैठा तो हंगामा । हमारे दिल में कोई ख्वाब पल बैठा तो हंगामा ।। अभी तक डूब कर सुनते थे सब किस्सा मोहब्बत का । मै किस्से को हकीकत में बदल बैठा तो हंगामा ।। ©Himanshu Gupta #मोहब्बत_की_कविता👉 deepu jain