में बड़े दिनों बाद खुल कर मुस्कुराई बड़े दिनों बाद उस न. की घंटी, मेरे फ़ोन पर थी आई! आज थोड़ी लंबी बातें थी हो पाई, उन 30 मिनट की बातों में कोई formality ना हो पाई, उनके पास काफ़ी कुछ था बताने को! मेरे पास भी बहुत कुछ था सुन ने सुना ने को! इस बार बात हाल-चाल से भी आगे थी बढ़ पाई, पहले की ही तरह फिर से हुई एक दूसरे की खिंचाई, बातों ही बातों में उन्होंने इक बात मुझे महसूस करवाई, कि आज भी पहले की तरह वो मेरी फ़िकर है कर पाई! हाँ! वो मुझसे खुल कर बात थी कर पाई उनके ही कारण में खुल कर हँस पाई उनकी पुरानी आदतों से मेरे चेहरे पर चमक है आई में बड़े दिनों बाद खुल कर मुस्कुराई! ✍🏼चित्रा माहुर #Friendship #Dove #Love #phonecall #longdistance #Relationship #Life