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==खुला आसमां== कल तक था भरा, फूलों फलों से लदा हुआ

==खुला आसमां==
कल तक था भरा, फूलों फलों से लदा हुआ।
हर दम पक्षियों की चहचहाहट सुनाई देती थी।

भरता था पेट उनका,छांया में क्रीड़ा करते थे।
आया पतझड़, हुआ कुरूप मैं, साथी सब छोड़ गए।

अब मैं और ये खुला आसमां एक दूसरे के पूरक बन गए।
जब दिल मेरा घबराता है और आंखों से नीर बरसते हैं!

वो दे दुहाई नव बंधन की, भावों को मेरे पूछता है।
मैं जब अपनी व्यथा सुनाता हूं, दिल आसमा का भी भर आता है।

मत हो उदास साथी मेरे,कल फिर सावन आएगा।
बरसते ही बादलों के,,तू फिर हरा भरा हो जाएगा।

दुःख भरे दिन सदैव रहते नहीं,पर ये भी सच है जल्दी कटते नही।
कौन छोड़ कर चला गया,, किसने साथ निभाया,ये बातें कहने को हो जाएगी।
अल्फ़ाज़ मेरे ✍️🙏🏻🙏🏻

©Ashutosh Mishra #KhulaAasman 
कल तक था हरा भरा, फूलों फलो से लदा हुआ।
मेरे पास हरदम पक्षियों की चहचहाहट सुनाई देती थी।
भरता था पेट उनका मेरी छाया में क्रीड़ा करते थे।
आया पतझड़, हुआ कुरूप मैं साथी सब छोड़ कर चले गए।
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